वाह....अखंड आनंद...नीरज
जो बात कही है भैय्या कबीर दास जी ने.....प्लयेर ने दो ही लाइन सुनायी..पर मुझ जैसे के लिये वो भी काफ़ी हुई /
सुनते हुये डूब जाने योग्य संगीत।
वाह....अखंड आनंद...
ReplyDeleteनीरज
जो बात कही है भैय्या कबीर दास जी ने.....
ReplyDeleteप्लयेर ने दो ही लाइन सुनायी..
पर मुझ जैसे के लिये वो भी काफ़ी हुई /
सुनते हुये डूब जाने योग्य संगीत।
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