दिन बन गया जी.. :) अब अगले तीन-चार दिनों तक यही चलने वाला है रिपीट ट्रैक में..
नुसरत साहब का जौनपुरी राग में गाया यह भजन मन को छू गया। सुनवाने के लिए कोटिश: आभार!
pure ecstasy ! a reason to live for !what else !
मन को छू गया।
उस दीन दुणी दे शाह दे नाल
दिन बन गया जी.. :) अब अगले तीन-चार दिनों तक यही चलने वाला है रिपीट ट्रैक में..
ReplyDeleteनुसरत साहब का जौनपुरी राग में गाया यह भजन मन को छू गया। सुनवाने के लिए कोटिश: आभार!
ReplyDeletepure ecstasy ! a reason to live for !what else !
ReplyDeleteमन को छू गया।
ReplyDeleteउस दीन दुणी दे शाह दे नाल
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