Wednesday, July 6, 2011

मणि कौल का निधन


समानान्तर सिनेमा के अग्रणी जाने-माने स्तम्भ मणि कौल का नई दिल्ली में देहान्त हो गया. वे लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित थे. कल रात उन्हें आईसीयू से मुक्त कर दिया गया था और कल रात/आज सुबह एक बजे उन्होंने अपनी अन्तिम सांस ली. २५ दिसम्बर १९४४ को जोधपुर में एक कश्मीरी मूल के घर में पैदा हुए मणि के चाचा महेश कौल विख्यात अभिनेता और निर्देशक थे.

एफ़टीआईआई, पुणे में ऋत्विक घटक के छात्र रहे मणि बाद में इसी संस्थान में अध्यापन करने लगे थे. १९७१ में वे २१वें बर्लिन फ़िल्म महोत्सव के निर्णायक मण्डल में सम्मिलित किए गए थे. २००१-०१ में वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय में विज़िटिंग लेक्चरर रहे.

१९८४ में उन्हें उनकी डॉक्यूमेन्ट्री "सिद्धेश्वरी" के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेन्ट्री का राष्ट्रीय पुरुस्कार मिला. उनकी फ़िल्मों "उसकी रोटी", "आषाढ़ का एक दिन", "दुविधा" और "इडियट" को फ़िल्मफ़ेयर क्रिटिक्स अवार्ड फ़ॉर बैस्ट मूवी के सम्मान मिले थे.

उन्हें कबाड़ख़ाने की श्रद्धांजलि!

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