Mp3 फाइल में मिल जाएँ जो कहीं तो आई पॉड में चिपका लें ..हमेशा साथ रखने लायक ..! कबीर साथ हो तो म्रत्यु का भय थोडा कम लगता है .. न कहो ख़तम ही हो जाए अगले संडे तक :-) निस्संदेह ..बार बार सुनने जैसा है ये .
Mp3 फाइल में मिल जाएँ जो कहीं तो आई पॉड में चिपका लें ..हमेशा साथ रखने लायक ..! कबीर साथ हो तो म्रत्यु का भय थोडा कम लगता है .. न कहो ख़तम ही हो जाए अगले संडे तक :-) निस्संदेह ..बार बार सुनने जैसा है ये .
अहा आनन्द आ गया।
ReplyDeleteअद्भुत ..डूब गया मन ...
ReplyDeleteMp3 फाइल में मिल जाएँ जो कहीं तो आई पॉड में चिपका लें ..हमेशा साथ रखने लायक ..! कबीर साथ हो तो म्रत्यु का भय थोडा कम लगता है .. न कहो ख़तम ही हो जाए अगले संडे तक :-)
ReplyDeleteनिस्संदेह ..बार बार सुनने जैसा है ये .
Mp3 फाइल में मिल जाएँ जो कहीं तो आई पॉड में चिपका लें ..हमेशा साथ रखने लायक ..! कबीर साथ हो तो म्रत्यु का भय थोडा कम लगता है .. न कहो ख़तम ही हो जाए अगले संडे तक :-)
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