Tuesday, June 11, 2013

हजरत ख्वाजा संग खेलिये धमार




राग बहार में उस्ताद नुसरत फ़तेह अली खान की गाई हुई एक और शानदार रचना-

1 comment:

  1. बेहद सुन्दर प्रस्तुति ....!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल बुधवार (11-06-2013) के अनवरत चलती यह यात्रा बारिश के रंगों में .......! चर्चा मंच अंक-1273 पर भी होगी!
    सादर...!
    शशि पुरवार

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