Sunday, June 23, 2013

यह भी दुनिया ने देखा है


पर सपने ज़िन्दा रहते हैं

-संजय चतुर्वेदी

जनहित की शब्दावलियों ने
जनहित से व्यभिचार किया है
पूछो तो ये पता चलेगा
ऐसा जनहित में होता है

सपने लेकर चलने वाले
सपनों को धोखा देते हैं
पर सपने ज़िन्दा रहते हैं
यह भी दुनिया ने देखा है.

3 comments:

  1. बहुत सुंदर ,कमाल की भावाव्यक्ति

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  2. सुन्दर ...
    सपनों का संसार तो है अद्भुत संसार
    कभी ये अपने टूटते कभी हुए साकार |
    पर देखे बिन भला हुए कब पूरे सपने.....

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