tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post2016135660138612848..comments2023-10-29T13:39:06.893+05:30Comments on कबाड़खाना: स्मृति और कल्पना की सुरंग के मुहाने पर रंगीन मछलियां पकड़ने की घात में बैठा आदमीAshok Pandehttp://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-72887260068660908002013-09-25T09:56:28.104+05:302013-09-25T09:56:28.104+05:30अनिल जी, आपको पाठक पसन्द करता है। बेइंतहा। आपके ‘घ...अनिल जी, आपको पाठक पसन्द करता है। बेइंतहा। आपके ‘घात’ शब्द में ‘भीतरघात’ नहीं है। समय, समाज, परिवेश या कहे खुद से मुठभेड़ है, टकराव है...असेरी-पसेरी का खेल है। अनिल जी, बीएचयू में आपकी तारीफी के ‘चेन’ देखे थें। आपसे सीधी बातचीत भी हुई थी। आप गला तर कर विचार उगलने वाले प्राणी नहीं हैं। यह अहसास उसी दौरान हम साथियों को हुआ था जब आप बोलते हुए हम श्रोताओं से संवाद कर रहे थे। कोई आपके पीठ पर क्या लिखताissbaarhttps://www.blogger.com/profile/14842589178871143639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-71094100125716886672013-09-24T09:44:24.950+05:302013-09-24T09:44:24.950+05:30बेचैन, दुखी और खुश करने वाली फसानानुमा हकीकत। बेचैन, दुखी और खुश करने वाली फसानानुमा हकीकत। Ek ziddi dhunhttps://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-16805443203869840682013-09-24T06:27:24.919+05:302013-09-24T06:27:24.919+05:30अनिल भाई की साफ़दिली को मेरे हज़ारो सलाम।अनिल भाई की साफ़दिली को मेरे हज़ारो सलाम।शिरीष कुमार मौर्यhttps://www.blogger.com/profile/05256525732884716039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-35401524668960940662013-09-23T17:59:14.691+05:302013-09-23T17:59:14.691+05:30Waah!Waah!Pratibha Katiyarhttps://www.blogger.com/profile/08473885510258914197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-29212382396168100402013-09-23T08:45:59.844+05:302013-09-23T08:45:59.844+05:30अच्छी तरह से अपने आपको खंगाला है। लेखक को बीच बीच...अच्छी तरह से अपने आपको खंगाला है। लेखक को बीच बीच में ये सब करते रहना चाहिये ताकि अपनी ऊर्जा को फिर से रीचार्ज कर सके। सूरज प्रकाश. Blog spot. Inhttps://www.blogger.com/profile/07094722059872465749noreply@blogger.com