tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post3558329222798287271..comments2023-10-29T13:39:06.893+05:30Comments on कबाड़खाना: नए कबाड़ी का स्वागत: वो चलकर क़यामत की चाल आ गयाAshok Pandehttp://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-81739530175442692532008-08-26T22:53:00.000+05:302008-08-26T22:53:00.000+05:30अशोक दद्दाअभी तक रवीन्द्र भाई और मेरा शहर एक था.अब...अशोक दद्दा<BR/>अभी तक रवीन्द्र भाई और मेरा शहर एक था.<BR/>अब....<BR/>आपने गौत्र एक कर दिया<BR/>कबाड़ी.<BR/><BR/>भारी चाल चली दादा !<BR/>यहाँ शहर में तो नहीं मिल पाते मैं और रवीन्द्र भाई....अब यहाँ मिला करेंगे...खुशामदीद.संजय पटेलhttps://www.blogger.com/profile/04535969668109446884noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-362191790147088362008-08-26T19:16:00.000+05:302008-08-26T19:16:00.000+05:30स्वागत है रवीन्द्र भाई का!!स्वागत है रवीन्द्र भाई का!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-71364516653101960952008-08-26T14:41:00.000+05:302008-08-26T14:41:00.000+05:30स्वागत है .इनकी चित्रकारी की मैं तो पहले ही फेन हो...स्वागत है .इनकी चित्रकारी की मैं तो पहले ही फेन हो चुकी हूँ ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-81602760145761435072008-08-26T13:29:00.000+05:302008-08-26T13:29:00.000+05:30स्वागत है रवीन्द्रभाई का.....और ये जो गीत सुनाया अ...स्वागत है रवीन्द्रभाई का.....<BR/>और ये जो गीत सुनाया अपने बोलों की वजह से तो पसंद है ही, शायद ट्रम्पेट की जबर्दस्त टेर की वजह से भी मेरे प्रिय गीतों में है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.com