tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post9033707073050158304..comments2023-10-29T13:39:06.893+05:30Comments on कबाड़खाना: हल्द्वानी के किस्से - 5 - उन्नीसAshok Pandehttp://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-64835014325258854672017-07-21T09:04:07.444+05:302017-07-21T09:04:07.444+05:30एक बेहतरीन उपन्यास तैयार हो रहा है, मगर प्लीज इसे ...एक बेहतरीन उपन्यास तैयार हो रहा है, मगर प्लीज इसे कॉम्प्लीमेंट न समझकर बेहतरी की जिज्ञासा के ही रूप में देखना.वक़्त से पहले बहुत हल्ले से हिंदी का लेखक लकवा जाता है. हिंदी में 99% लेखकों का ऐसा ही हाल हुआ है. मुझे उम्मीद है तुम्हारे अन्दर इस बाहरी लकझक से निर्लिप्त रह सकने का विवेक है. इसी ले में चलते रहो, यह तुम्हारी ही उपलब्धि नहीं, हम सब की है. batrohihttps://www.blogger.com/profile/07370930712240772275noreply@blogger.com