Tuesday, April 8, 2008

पिया पपिहा के बोलिया जहर लागे

आज सुनते हैं शारदा सिन्हा जी के स्वर में एक गीत .यह विरह-बिछोह का गीत तो है ही ,साथ ही प्रवास के दर्द को भी बयान भी करता है .बाकी बात तो गीत को ही बोलने दें.सुनते हैं-पिया पपिहा के बोलिया जहर लागे!

3 comments:

अमिताभ मीत said...

भाई मस्त कर दिया. शारदा सिन्हा बेमिसाल है. शुक्रिया सुनवाने का.

Yunus Khan said...

शानदार प्रस्तुति ।
एक अचछा गीत ।

Ranjan said...

Excellent ! Sharada Sinha is always our favourite !