tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post679624069857732480..comments2023-10-29T13:39:06.893+05:30Comments on कबाड़खाना: ओरहान वेली की कविता : मुफ्त की चीजों के लिएAshok Pandehttp://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-53503018871719664342011-11-27T13:48:07.010+05:302011-11-27T13:48:07.010+05:30.... खारा पानी तो मिल ही जाता है मुफ्त में ...मुफ्....... खारा पानी तो मिल ही जाता है मुफ्त में ...मुफ्त की हकीकते मुफ्त में हासिल हुई हमें ...<br />वाह वाकई पसंद आई ...हेमा दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/15580735111999597020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-59110350336535974512010-11-03T22:02:15.513+05:302010-11-03T22:02:15.513+05:30आजादी की कीमत होती है आपका जीवन
लेकिन गुलामी मिल ज...आजादी की कीमत होती है आपका जीवन<br />लेकिन गुलामी मिल जाती है मुफ्त में।<br /><br />:)दीपशिखा वर्मा / DEEPSHIKHA VERMAhttps://www.blogger.com/profile/12486880239305153162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-24788611523652078882010-10-24T18:10:23.167+05:302010-10-24T18:10:23.167+05:30बहुत बढ़िया कविता और सुंदर अनुवाद।बहुत बढ़िया कविता और सुंदर अनुवाद।दीपा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/12130328147834660274noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-77260533984792539932010-10-24T16:06:23.680+05:302010-10-24T16:06:23.680+05:30सचुमुच जीवन की जरूरतें तो मुफ्त में मिल जाती हैं फ...सचुमुच जीवन की जरूरतें तो मुफ्त में मिल जाती हैं फिर भी हम ना जाने किसके लिए गुलामी स्वीकार करते हैं... सुंदर कविता.. अनुवाद भी उछ कोटि का है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-79012185707041884372010-10-24T15:08:27.114+05:302010-10-24T15:08:27.114+05:30दिले बेरहमदिले बेरहमAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/08624620626295874696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-80581456938532759852010-10-23T20:09:02.234+05:302010-10-23T20:09:02.234+05:30सुन्दर देश के कवि के सुन्दर विचार ! काश बाक़ी इस्ला...सुन्दर देश के कवि के सुन्दर विचार ! काश बाक़ी इस्लामिक मुल्कों ने तुर्की से कुछ इंसानियत ली होती तो दुनिया बेहतर होती .मुनीश ( munish )https://www.blogger.com/profile/07300989830553584918noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-75376175784059683672010-10-23T18:43:11.426+05:302010-10-23T18:43:11.426+05:30दिलचस्प .......दिलचस्प .......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-31392280556394809742010-10-23T18:40:20.104+05:302010-10-23T18:40:20.104+05:30एक अनुरोध है। यहां वैसे ही इतने कम लोग आते हैं उस ...एक अनुरोध है। यहां वैसे ही इतने कम लोग आते हैं उस पर भी आप मॉडरेशन का उपयोग करते हैं। अगर कोई अनुचित टिप्पणी आती भी है तो उसे बाद में हटाया जा सकता है। मुझे लगता है कि कम से कम हमें तो एक खुला वातावरण बनाना चाहिए।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-1350397532970334652010-10-23T18:37:26.157+05:302010-10-23T18:37:26.157+05:30सचमुच।सचमुच।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-39959233525175765902010-10-23T17:23:55.405+05:302010-10-23T17:23:55.405+05:30कार के बाहर की दुनिया मुफ्त
सिनेमाघरों में प्रवेश ...कार के बाहर की दुनिया मुफ्त<br />सिनेमाघरों में प्रवेश मुफ्त""<br /><br />यह क्या पहली लाइन के सन्दर्भ में है ? अगर है तो ठीक वरना यहाँ प्रवेश मुफ्त कहाँ है ? <br /><br />आजादी की कीमत होती है आपका जीवन<br />लेकिन गुलामी मिल जाती है मुफ्त में।<br /><br />हम मुफ्त की चीजों के लिए <br />जिए जा रहे हैं <br />मुफ्त में।<br /><br /><br />... यह तो सोचने वाली बात है सरसागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.com