tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post8252420766484716171..comments2023-10-29T13:39:06.893+05:30Comments on कबाड़खाना: थोड़ी सी उम्मीद चाहिएAshok Pandehttp://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-67700529236819318262010-12-28T16:47:16.823+05:302010-12-28T16:47:16.823+05:30सुन्दर कविता!सुन्दर कविता!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-30231750330299606492010-12-28T16:45:56.813+05:302010-12-28T16:45:56.813+05:30थोड़ी सी उम्मीद चाहिए एक अच्छी कविता.
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सामाजिक सर...थोड़ी सी उम्मीद चाहिए एक अच्छी कविता.<br />.<br /><a href="http://bezaban.blogspot.com/2010/12/blog-post_3230.html" rel="nofollow">सामाजिक सरोकार से जुड़ के सार्थक ब्लोगिंग किसे कहते </a><br /><a href="http://payameamn.blogspot.com/2010/12/blog-post_27.html" rel="nofollow">नहीं निरपेक्ष हम जात से पात से भात से फिर क्यों निरपेक्ष हम धर्मं से..अरुण चन्द्र रॉय</a>एस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-37928612864303857702010-12-28T12:38:35.925+05:302010-12-28T12:38:35.925+05:30इस कविता को पढ़ने के बाद मन में यह बात जम जाती है क...इस कविता को पढ़ने के बाद मन में यह बात जम जाती है कि उम्मीद पर दुनिया कायम है .. गगन गिल साहब को इस सुन्दर कविता के लिए बधाई और आपको साधुवाद इस सुन्दर रचना को हम सब तक पहुँचाने के लिए...<br /><br />आभार<br />मनोजManoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-86263403061339148242010-12-27T20:33:34.920+05:302010-12-27T20:33:34.920+05:30चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल म...चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल मंगलवार 28 -12 -2010 <br />को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..<br /><br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-36461545661407532452010-12-27T13:31:43.350+05:302010-12-27T13:31:43.350+05:30इस कविता की रचना के लिए गगन गिल जी को और इसे लोगों...इस कविता की रचना के लिए गगन गिल जी को और इसे लोगों तक पहुँचाने के लिए आपको धन्यवादा उम्मीद की बात की है तो मुझे किशोर कुमार का गाया हुआ गीत याद आ रहा हैा फिल्म का नाम याद नहीं है पर गीत कुछ यूँ है, 'कभी पलकों पे ऑंसू हैं, कभी लब पे शिकायत हैा मगर ऐ जिन्दगी फिर भी, मुझे तेरी जरूरत हैा' इस जरूरत में ही दरअसल जिन्दगी की उम्मीद छिपी हुई हैाजीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-82081505077223165692010-12-26T16:52:41.593+05:302010-12-26T16:52:41.593+05:30स्पंदित करती कविता..स्पंदित करती कविता..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-52971442080892940072010-12-26T13:21:36.672+05:302010-12-26T13:21:36.672+05:30आपका ब्लॉग बहुत बढ़िया है. आपके ब्लॉग का लिंक हिंद...आपका ब्लॉग बहुत बढ़िया है. आपके ब्लॉग का लिंक हिंदी साहित्य ब्लॉग के मंच Hindi Sahitya Blog/हिंदी साहित्य ब्लॉग में शामिल किया गया है. कृपया देखें:- http://hindisahityablog.blogspot.com/. धन्यवाद.Rakesh Rohithttps://www.blogger.com/profile/06129916962996953028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-45265808262859686992010-12-26T11:07:40.651+05:302010-12-26T11:07:40.651+05:30आह ! जीवन और प्रकृति का यह गहन आस्वाद्!आह ! जीवन और प्रकृति का यह गहन आस्वाद्!अजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-76590806602485946342010-12-26T10:04:24.394+05:302010-12-26T10:04:24.394+05:30उम्मीद पर ही दुनिया कायम है ..उम्मीद पर ही दुनिया कायम है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-83378323881393564342010-12-26T09:54:10.339+05:302010-12-26T09:54:10.339+05:30उम्मीद ही ज़िंदगी है ..उम्मीद ही ज़िंदगी है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-71890206720477183032010-12-25T22:59:30.268+05:302010-12-25T22:59:30.268+05:30... sundar rachanaa ... shaandaar post !!!... sundar rachanaa ... shaandaar post !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1273951886615878038.post-75961006786441769982010-12-25T22:04:14.525+05:302010-12-25T22:04:14.525+05:30उम्मीदों में कटता जीवन।उम्मीदों में कटता जीवन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com