ऐसे समय में जब-'जब गरज रहे हैं घन घमंड केफटती है नभ की छाती...'तो कुछ तो होना ही है!
छोटी और प्रभावशाली कविता!
ऐसे समय में जब-
ReplyDelete'जब गरज रहे हैं घन घमंड के
फटती है नभ की छाती...'
तो कुछ तो होना ही है!
छोटी और प्रभावशाली कविता!
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