सारे गीत अद्भुत हैं...धरती से जुड़े हुए...बहुत ही अच्छा...नीरज
यथार्थ का जादू!!!
बहुत सुन्दर
Behatreen
पेंटिंग मुझे अच्छी लग रही हैं खासकर इनके तोतिये शेड्स ! हालाँकि, काफी समय से आप मेरी पोस्टों को अपनी क़ीमती टिप्पणियों से महरूम रक्खे हैं ..... यहाँ बदला वफ़ा का बेवफाई के सिवा क्या है !
सम्मोहक!
This comment has been removed by the author.
jaadooooooooooooo
अद्भुत!वाह क्या ग्रीन हैवाह क्या सीन हैहरा है, मन भरा है!
हम्म । कोसा कोसा लगता है चांद परोसा लगता है
बढिया है !!
ओ हरे मैं तुझसे कितना प्रेम करता हूं..hare ki sangat karrahe rahe rango se bhi.
मन हुआ नम !
ये हरा हमें भी बहुत प्रिय है रविंद्र जी। बहुत सुंदर पेंटिंग है सभी, बारिश के सभी रंगों को समेटे।
सुन्दर चित्र!
सारे गीत अद्भुत हैं...धरती से जुड़े हुए...बहुत ही अच्छा...
ReplyDeleteनीरज
यथार्थ का जादू!!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteBehatreen
ReplyDeleteपेंटिंग मुझे अच्छी लग रही हैं खासकर इनके तोतिये शेड्स ! हालाँकि, काफी समय से आप मेरी पोस्टों को अपनी क़ीमती टिप्पणियों से महरूम रक्खे हैं ..... यहाँ बदला वफ़ा का बेवफाई के सिवा क्या है !
ReplyDeleteसम्मोहक!
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ReplyDeletejaadooooooooooooo
ReplyDeleteअद्भुत!
ReplyDeleteवाह क्या ग्रीन है
वाह क्या सीन है
हरा है, मन भरा है!
हम्म । कोसा कोसा लगता है चांद परोसा लगता है
ReplyDeleteबढिया है !!
ReplyDeleteओ हरे मैं तुझसे कितना प्रेम करता हूं..
ReplyDeletehare ki sangat karrahe rahe rango se bhi.
मन हुआ नम !
ReplyDeleteये हरा हमें भी बहुत प्रिय है रविंद्र जी। बहुत सुंदर पेंटिंग है सभी, बारिश के सभी रंगों को समेटे।
ReplyDeleteसुन्दर चित्र!
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