नुसरत साहब अद्वितीय रूप से प्रतिभाशाली थे। जितना भी किया,यादगार है।
बहुत सुंदर
रुखी सूखी खा के ठंडा पाणी पीवेखा पराई चौपा .दी ना तरसईये जीफरीदा तुरिया तुरिया जा !अहा !
नुसरत साहब अद्वितीय रूप से प्रतिभाशाली थे। जितना भी किया,यादगार है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteरुखी सूखी खा के ठंडा पाणी पी
ReplyDeleteवेखा पराई चौपा .दी ना तरसईये जी
फरीदा तुरिया तुरिया जा !
अहा !