Saturday, October 9, 2010

नदिया किनारे मोरो गांव



राग मिश्र पीलू में अफ़रोज़ बानो से सुनिये एक शानदार ठुमरी:

4 comments:

  1. राग पीलू एक अद्भुत राग है कभी अवसाद को तो कभी आनंद को कुरेदता है ..बेहतरीन ठुमरी ..शुक्रिया अशोक जी ...

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  2. आभार........

    बढिया लगा ... हालाँकि राग कि बिलकुल समझ नहीं है.

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