नट और विहाग ....बहुत ही सुंदर ....
अलौकिक....अद्भुतनीरज
बहुत खूब , बधाई.कृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की १५० वीं पोस्ट पर पधारें और अब तक मेरी काव्य यात्रा पर अपनी राय दें, आभारी होऊंगा .
बेहद खूब ....झन झन झन झन पायल मोरी बाजे ... वाह ..उम्दा
नट और विहाग ....बहुत ही सुंदर ....
ReplyDeleteअलौकिक....अद्भुत
ReplyDeleteनीरज
बहुत खूब , बधाई.
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की १५० वीं पोस्ट पर पधारें और अब तक मेरी काव्य यात्रा पर अपनी राय दें, आभारी होऊंगा .
बेहद खूब ....झन झन झन झन पायल मोरी बाजे ... वाह ..उम्दा
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