Saturday, November 29, 2014
तुम्हे प्यार कर सकूँगा अगर तुम न बोलो
न बोलो
- अनीता वर्मा
इस आवाज में मत बोलो
तुमने कहा
यह आत्मा की आवाज और नदी की पवित्रता की है
इससे आगे क्या शेष रह जाएगा
मैं नहीं उठ पाऊँगा फिर
एक गहरे स्वप्न में जगा
मैं तुम्हे प्यार कर सकूँगा
अगर तुम न बोलो.
(चित्र: वान गॉग की कलाकृति)
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