आंद्रेई आरानिशेव एक अनूठे चित्रकार है जिनकी ख्याति रूस के
बाहर दुनिया भर में फ़ैली है. कहा जा सकता है कि कला उनके रक्त में थी – उनके
परदादा द्मित्री कुचेरेन्को एक जाने-माने वायोलिनवादक थे जिन्होंने यारोस्लाव में
पहला संगीत विद्यालय स्थापित किया था. उनकी परनानी के भाई ग्रिगोरी वासिलीएविच
सारेन्को ने यारोस्लाव की तमाम मशहूर इमारतों का वास्तुशिल्प तैयार किया था.
आंद्रेई आरानिशेव के चित्रों में दिलचस्प आकृतियाँ और छवियों की
बहुलता देखने को मिला करती हैं. हरेक छवि में एक ख़ास मूड को पकड़ा जा सकता है. उनकी
पेंटिंग्स में आने वाले पात्र मिथकों के अलावा उनकी अपनी कल्पना में भी अपनी जड़ें
पाते हैं.












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