"अगर मैं मॉन्टी पाइथन के साथ न गया होता तो मैं शायद अपनी पूर्वनिर्धारित योजना से चिपका रहता जिसके तहत मुझे स्नातक हो कर एक चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट बन जाना था, या शायद बैरिस्टर, मेरे पास उपनगरीय इलाक़े में एक शानदार घर होना था, अच्छी बीवी और बच्चे - और उसके बाद मैं आत्महत्या कर लेता."
१९९७ में जॉन क्लीज़ ने मॉन्टी पाइथन को याद करते हुए यह बात कही थी. मॉन्टी पाइथन के कल्ट पर कबाड़ख़ाने में एक पोस्ट पहले लगाई जा चुकी है. आज देखिये "एन्ड नाव फ़ॉर समथिंग टोटली डिफ़रेन्ट" से एक दृश्य जिसमें जॉन क्लीज़ के ज़बरदस्त अभिनय की एक बानगी देखी जा सकती है. मॉन्टी पाइथन सीरीज़ की चारों क्लासिक फ़िल्में इन्टरनैट पर उपलब्ध हैं और उन्हें देखे बग़ैर मुझे नहीं लगता किसी सभ्य, पढ़े-लिखे व्यक्ति का जीवन पूरा माना जा सकता है.
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