Friday, April 11, 2008
होगा किसू दीवार के साए में पड़ा
होगा किसू दीवार के साए में पड़ा 'मीर'
क्या काम मोहब्बत से उस
आरामतलब को
1 comment:
दिनेश पालीवाल
said...
होगा किसू दीवार के साए में पड़ा 'मीर'
क्या काम, काम से, उस आरामतलब को
April 11, 2008 at 10:13 PM
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होगा किसू दीवार के साए में पड़ा 'मीर'
क्या काम, काम से, उस आरामतलब को
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