Thursday, October 28, 2010

बाजे रे मुरलिया बाजे

घर में कई बरस पहले लगातार सुने-गुने जाने वाले एक कैसेट राम श्याम गुन ज्ञान को सुबह मां यह कहकर मुझे थमा गई कि हो सके तो उसकी सीडी बनवा दूं उसके लिए.



पण्डित भीमसेन जोशी और लता मंगेशकर की सुरीली आवाज़ों से बना यह अल्बम तुरन्त इन्टरनैट से डाउनलोड कर सुना गया और उस ख़ज़ाने से एक भजन आप के सामने परोसा जाता है