समकालीन फ्रेंच
पेंटर और वास्तुशिल्पी वेलेरी हादीदा अधिकतर कांसे और मिट्टी के माध्यमों पर काम
करती हैं. आज उनकी कुछ अनूठी वास्तुशिल्पीय कृतियाँ देखिये जिन्हें ‘लिटल वूमेन’ सीरीज का नाम दिया गया गई. आलोचक इस
सीरीज के बारे में कहते हैं: “यह एक काव्यात्मक भिड़ंत है जो
हमें स्त्रियों द्वारा पार किये गए उन तमाम रास्तों की बाबत बताती है जो उन्होंने
युवावस्था से प्रौढ़ होने तक पार किये होते हैं और उन तमाम संवेदनाओं और मूड्स की
बाबत भी जो स्त्रियों की इन पीढ़ियों के जीवन का संबल हैं.”
EMSAT में प्रशिक्षित वेलेरी ने
१९९१ के पॉल रिकार्ड फाउंडेशन पुरूस्कार से सम्मानित मारील पोल्स्का के स्टूडियो
में छः साल काम किया. १९९० से उनका काम तमाम गैलरीज़ में प्रदर्शित होता रहा है.
वेलेरी हादीदा |
No comments:
Post a Comment