Tuesday, October 2, 2007

स्वागत है जोशी जी

सारे दोस्तों की तरफ से उम्मीद करता हूँ कि राजेश जोशी हमारे साथ कुछ न कुछ ज़रूर शेयर करेंगे। कबाड़खाना आपका स्वागत करता है, महाराज। बी. बी. सी. लंदन की हिंदी सेवा में काम करने वाले जोशी जी हल्द्वानी के नजदीक गौलापार के रहने वाले हैं।

2 comments:

शिरीष कुमार मौर्य said...

Thoda sa loya pilattik mujh pe bhi hai ahok ji, mujhe kabadi banay lyo.

Rajesh Joshi said...

देर आयद, दुरस्त आयद.

आज देख पाया कि कबाड़ख़ाने में मेरा बुत पहले से ही मौजूद है -- कबाड़ख़ाना ना हो गया, लंदन में मैडम ट्यूसॉड्स का बुतख़ाना हो गया जहाँ बड़े बड़े लोगों के पिलाट्टिक के बुत खड़े किए जावें.

जियो रज्जा.