Saturday, October 6, 2007

बड़े बाबू आशुतोष भी आ गए बल यहाँ

इस कबाड़खाने की रचना में प्रत्यक्ष व परोक्ष रुप से सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आशुतोष बुबू को यहाँ आने के लिए प्यार, नराई, पुच्च इत्यादि ... जल्दी कुछ लिखो यहाँ भी महराजो ...

2 comments:

शिरीष कुमार मौर्य said...

Baaduli choot gaya ahok saab ji. Likh dete to sampradaay ka pura chitr ban jaata. Apka swagat hai ashutosh daddaaaaaaaa..........

Ashok Pande said...

बाडुली 'अन्डरस्टुड' है लाला। बस लिहाज कर रिया था। गुड बॉय।