अब देखिये सारस के नन्हे बच्चों के पैदा होने और उनकी देखरेख में जी जान से लगे प्रसन्न दम्पत्ति को.
आम तौर पर सारस या कोई भी पक्षी किसी को भी, ख़ास तौर पर मनुष्य को अपने पास नहीं आने देता. सन्तति विकसित होते समय तो तो कतई नहीं. लेकिन इतने दिनों लगातार उस जगह जा कर रोहित ने सारस दम्पत्ति से बाक़ायदा दोस्ती गांठ ली और बहुत करीब जाकर नन्हे सारस के दुर्लभ फ़ोटो भी खींचे. इस शानदार काम के लिए रोहित को बधाई.
बच्चे बहुत नन्हे हैं सो उन्हें ठीक से देखने के लिए हर फ़ोटो पर क्लिक कर के बड़ा कर देख सकते हैं.
5 comments:
bahut shandar
दुर्लभ चित्र...रोहित वाकई बधाई के हकदार हैं...
नीरज
बहुत ही सुन्दर चित्र।
bahut khoobsurat bahi saheb....kumar bhai saheb batate rehte hain apke junoon ke bare mein...
lovely indeed ! all pics are great !
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