कुछ समय से यह प्यारा छत्तीसगढ़िया गीत इस कबाड़ी के गरीबखाने में खूब पसंद किया जा रहा है औरखूब बज रहा है। भला ऐसा क्यों न हो ! छतीसगढ़ से अपना गहरा नाता है और एक ठो 'बिलासपुरहिन' के साथ ही अपनी जोड़ी बनी है व दोनो बालगोपाल भी वहीं जनम लिए हैं। यह तो हुई कुछ घरू किसम की बात लेकिन यह तो जगजाहिर है कि लोकसंगीत ,चाहे वह कहीं का भी हो; उसका कोई सानी नहीं। तो आइए मिलकर कहते हैं 'छतीसगढ़िया सबले बढ़िया' और सुनते हैं नायक - नायिका की चुहल से भरपूर यह गीत ...यह ददरिया...
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गायन शैली : ददरिया
स्वर :केदार यादव एवं साधना यादव
तै बिलासपुरहिन अस अउ मैं रायगढ़िया
तै बिलासपुरहिन अस अउ मैं रायगढ़िया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
अजी तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
मैं बिलासपुरहिन हौंव अउ तै रायगढ़िया
मैं बिलासपुरहीन हौंव अउ तै रायगढ़िया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
अजी तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
राजनांदगाँव रिथे मोर ममा मामी
राजनांदगाँव रिथे मोर ममा मामी
मोर ममा दुरूग के आए उकील नामी
मोर ममा दुरूग के आए उकील नामी
तोर ममा गवईहा
तोर ममा गवईहा अउ मोर ममा सहरिया
तोर ममा गवईहा अउ मोर ममा सहरिया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
अजी तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
बस्तर मा मोर बड़े बाप के किसानी
बस्तर मा मोर बड़े बाप के किसानी
सरगुजा मा मोरो तो हाबय लागमानी
सरगुजा मा मोरो तो हाबय लागमानी
आज दुनों बम्बई मा गवातथन ददरिया
आज दुनों बम्बई मा गवातथन ददरिया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
अजी तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
तै बिलासपुरहिन अस अउ तै रायगढ़िया
तै बिलासपुरहिन अस अजी अउ तै रायगढ़िया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
तोर मोर जोड़ी फबे हे सबले बढ़िया
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( गीत /संगीत : साभार : http://cgsongs.wordpress.com )
5 comments:
मित्रवर ! यह जान कर अपार प्रसन्नता हुई कि आप हिंदी भाषा के उद्धार के लिए तत्पर हैं | आप को मेरी ढेरों शुभकामनाएं | मैं ख़ुद भी थोड़ी बहुत कविताएँ लिख लेता हूँ | आप मेरी कविताएँ यहाँ पर पढ़ सकते हैं- http://souravroy.com/poems/
आपके बारे में और भी जाने की इच्छा हुई | कभी फुर्सत में संपर्क कीजियेगा...
bahut खूब.
मोर ममा किनोरिया अऊ मोर ममा लाहुलिया....
... kyaa baat hai ... shaandaar post !!!
छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
चूँकि मैं भी छत्तीसगढ़ में जन्मा और पला बढ़ा हूँ इसलिए इस गीत की मर्म को अच्छे से समझ सकता हूँ। बढ़िया गीत।
सोमेश
शब्द साधना
ooh this rusted feel of .. regionalism ! when will they learn to say that me Indian ..u Indian . Me Bihari...u Chhatisgarhi...he Kumaoni ...they Punjabi !!
Itz not as innocent and rustic as it seems .
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