Saturday, February 19, 2011

जाड़े की वो रात-- (That February Night)




































































































































चौदह फ़रवरी दो हज़ार ग्यारह, रात नौ से साढ़े ग्यारह के दरम्यान तोक्यो की सड़कों और कावासाकी के गली-कूचों में खेंची गयी चंद  तस्वीरें. ब- ज़रिये --तोशिबा टी सिफ़र-सिफ़र पाँच
(जापान  में मोबाइल कनेक्शन के साथ मुफ़्त बँटने वाला एक मामूली  मोबाइल कैम - फ़ोन)




6 comments:

Rahul Singh said...

आनंदित करने वाला है माले मुफ्त का कमाल.

अभय तिवारी said...

अरे भई वाह! क्या बात है!

kavita verma said...

kya bat hai bina thithure vaha ki thand bhi dekh lee.

Syed Ali Hamid said...

It is beautiful and exciting when it's snowing, but when it melts, it becomes sooooo cold.
Nice photographs.

शिवा said...

क्या बात है!
आनंदित करने वाला है.

मुनीश ( munish ) said...

Shukria! Meharbani!