Wednesday, March 9, 2011

दधि को नाम बिसर गईं ग्वालन

पंडित छन्नूलाल मिश्र के स्वर में एक शानदार रचना




(जॉर्ज कीट की पेंटिंग "कृष्णा एंड द गोपीज")

3 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

बहुत सुन्दर गायन।

शिवा said...

बहुत सुंदर रचना

samar Singh said...

सुन्दर