[फोटो : गुजरे साल की एक उदास शाम , नगर रोड, पुणे ]
मौला वही पुरानी आरजुएं हैं | वही पुराने हालात हैं | तुझे हम बेशक पागल लगते होंगे जो वक़्त के हर एक टुकड़े के बाद वही दुखड़ा शुरू करते हैं | लेकिन वही हम हैं | दुनिया को थोडा और बेहतर कर दे, गर ये बेहतर है तो |
ये नए साल की शुरुआत, गुजरे साल की उसी एक मखमली अहसास के लिए जिसने हमारी दुआ को अपनी आवाज के हाथ पहना दिए |
आप सबको नए साल की बहुत बहुत शुभकामनाएं |
2 comments:
काश वह दीवानगी आ पाये हममें।
पिक्चर भी अच्छ ली है । यही तो जादू है जी ।
Post a Comment