सच कहूँ तो मुझे नहीं लगता कि चार्ली राजनीति, इतिहास या अर्थशास्त्र के बारे में मुझसे ज्यादा जानता होगा | मेरी ही तरह उसे भी मेक अप टॉवेल से पीट दिया गया , इससे पहले कि वह डायपर से बाहर आता | बड़े होते समय हम दोनों में से किसी के पास समय नहीं था कि हम शो बिजनेस के अलावा कुछ और पढ़ सकें | लेकिन चार्ली काफी जिद्दी इंसान है, और जब उसके कम्युनिज्म के समर्थन में बात करने के अधिकार को चुनौती दी गयी , तो वह बस अपनी बात पर अड़ गया |
कुछ इस तरह की अफवाहों के बारे में भी लिखा गया है कि चार्ली किसी दिन वापस अमेरिका आना चाहता है | मैं उम्मीद करता हूँ कि ऐसा हो | उससे भी ज्यादा मैं उम्मीद करता हूँ कि वह दुबारा फिल्में बनाना शुरू करने के अपने वादे को निभाए |
आज तक कोई भी इतने सारे लोगों को नहीं हँसा सका है, जितना चार्ली, उसके 'लिटिल ट्रैम्प' से | और इतिहास में कभी ऐसा समय नहीं आया , जब इतने ज्यादा लोगों को अपने डर और दुःख भुलाने के लिए चार्ली के ट्रैम्प जैसे किसी की जरुरत महसूस हुई हो |
: अपनी आत्मकथा 'माय वंडरफुल वर्ल्ड ऑफ स्लैपस्टिक' में बस्टर कीटन
2 comments:
रोचक जानकारियाँ।
दिल को छूने वाली बातें हैं जी ये सच में ।
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