Friday, May 4, 2012

दूजे के संग नहिं जाऊंगी


वीणा सहस्त्रबुद्धे के स्वर में कबीरदास जी का भजन -

3 comments:

Anupama Tripathi said...

सुंदर कर्णप्रिय गायन ...!!

संतोष त्रिवेदी said...

good :-)

Smart Indian said...

आनन्दमय!