संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, ग्रेमी और पद्म श्री जैसे सम्मानों से अलंकृत पंडित विश्वमोहन भट्ट हिन्दुस्तानी
शास्त्रीय संगीत जान हैं। उन्होने वीणा और गिटार का संयोग करके मोहन वीणा आविष्कृत
की। पश्चिम और पूर्व का यह विस्मरणीय संयोजन
श्रोताओं को एक अलग दुनिया में ले जाता है। आइये सुनते हैं उनसे मोहन वीणा पर राग तिलक
कामोद। ख्याल गायकों का सर्वप्रिय यह रात के दूसरे पहर का राग है।
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