Monday, August 12, 2013

आधुनिक चित्रकार – ७ – मार्क केलर



सान फ्रांसिस्को के मार्क केलर ने चित्रकला की कोई औपचारिक दीक्षा नहीं पाई. आलोचक कहते हैं कि इस अमेरिकी चित्रकार ने कथावाचन को पेंटिंग में उकेरने का दिलचस्प कारनामा कर दिखाया.

कई जटिल रहस्य सूत्रों से अंटे उनके काम की गहराई ने उन्हें दुनिया के समकालीन अग्रगामी चित्रकारों में जगह दी है. बूएनोस आयर्स के टैंगो बार्स से न्यूयॉर्क के स्ट्रीट म्यूज़ीशियंस तक उनकी रचना दृष्टि में जगह पाते हैं और ऐसी श्रव्य और चाक्षुष छवियों का निर्माण करते हैं जिसकी मिसाल बहुत कम देखने में आती है. गिटार और पियानो जैसे वाद्ययंत्र उनके पहले किसी पेन्टर के यहाँ ऐसी मजबूती से पहले उपस्थित नहीं थे.

समयहीन और शास्त्रीय गुणों से सज्जित उनके कैनवास लगातार एक ही दीवार में टंगे रहने के बावजूद उनकी अपील कम नहीं पड़ती.


वर्तमान में वे कैलिफोर्निया के लाउडविल स्टूडियो के क्रिएटिव डाइरेक्टर हैं. उनकी ऑइल पेंटिंग्स दुनिया के सबसे बड़े संग्रहालयों में प्रदर्शित हैं. 



































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