विन्सेंट वान गॉग का कुल जमा सैंतीस
सालों का संक्षिप्त जीवन एक सनकी जीनियस की महागाथा है. सत्ताईस की आयु तक वह एक
आर्ट गैलरी में सेल्समैन, फ्रेंच अध्यापक, अध्यात्म का छात्र और एक पादरी के तौर
पर काम कर चुका था. इस उम्र में आकर उसने चित्रकार बनने का फ़ैसला किया. उसका
शुरुआती काम, जिसे डच पीरियड ऑफ़ १८८०-८५ कहा जाता है, खेतिहरों और खदान मजदूरों की
स्टडीज़ हैं जिनमें गहरे हरे-भूरे और काले रंगों का ठोस इस्तेमाल है. १८८८ आते आते,
मशहूर चित्रकार पिसारो के साथ काम कर चुकने के बाद ही विन्सेंट ने रंगों की उस
चमकीली विविधता को चुना जो अब उसका ट्रेडमार्क बनकर बड़ी गैलरियों में ऊंची और
अकल्पनीय कीमतों पर बिकती है.
आज पेश हैं विन्सेंट वान गॉग के स्केचेज़
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