पहल -२९ से
अर्पित करता
हूँ
-बेंजामिन
मोलोइस
मैं जो कुछ भी
हूँ
मुझे गर्व है
मुझे गर्व है
जो कुछ मैंने
किया जीवन में
मेरा रक्त
गिरेगा,
जैसे कि धरती
पर वर्षा
मैं जाता हूँ
अपनी कोठरी से
मुक्ति की
दिशा में
मेरे पास है
मात्र मेरा जीवन
मैं वह अर्पित
करता हूँ मुक्ति को
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