Thursday, January 15, 2015

कैसी-कैसी क्रिकेट कमेंट्री - 14 - ब्रायन जॉनस्टन


लॉर्ड्स के मैदान पर टी टाइम होने को था जब ग्रेस गेट्स पर तैनात एक गार्ड को एलीन कोहेन नाम की एक दृढ़निश्चयी महिला का सामना करना पड़ा. बीबीसी के, अब गाथा बन चुके स्कोरर बिल फ्रिंडल के मुताबिक़ इन दोनों के बीच यह वार्तालाप हुआ:

-      “मैं मिस्टर ब्रायन जॉनस्टन के लिए केक लेकर आई हूँ ...”

-      “लेकिन वो तो बहुत दूर हैं मोहतरिमा ...”
  
जो भी हो, एलीन कोहेन को, जो सेंट जॉन्स वुड के नज़दीक की रहने वाली थीं, और जिन्होंने अपने अवन में ब्रायन जॉनस्टन के लिए एक केक तैयार किया था, बाकायदे कमेंट्री बॉक्स में बुलाया गया और उनका नाम लेकर उन्हें धन्यवाद कहा गया जिसे ब्रॉडकास्ट भी किया गया. इसके बाद बीबीसी के कमेंट्री बॉक्स में जिस तरह के स्वादिष्ट आश्चर्य घटते रहे, उनकी पृष्ठभूमि बनी थी यह घटना. और इस तरह का स्वादिष्ट आश्चर्य लाने वाला हर हाथ कमेंट्री बॉक्स में न सिर्फ खुली बांहों से बुलाया गया बल्कि उसका ज़िक्र बाकायदा कमेंट्री में भी होता रहा.

यह सब इसलिए हुआ कि श्रीमती कोहेन ने एक दफा कमेंट्री करते हुए ब्रायन जॉनस्टन को यह अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए सुना था कि ज़माने में बढ़िया केक बनने किस कदर कम हो गए हैं. उस वक्त बकौल कमेंट्री: “द प्लेयर्स हैव गॉन इन फॉर टी एंड अ स्लाइस ऑफ़ केक.”

ब्रायन जॉनस्टन उर्फ़ जॉनर्स का ब्रिटिश घरों और उनसे आगे भी ऐसा जलवा हुआ करता था. उनकी प्रसन्न दोस्ताना आवाज़ और उनका बच्चों जैसा निश्छल ह्यूमर यह कारनामा कर सका कि क्रिकेट की कमेंट्री सुनना एक ‘फैमिली अफ़ेयर’ बन गया जो कि पहले केवल घर के बुज़ुर्ग पुरुषों का शौक़ भर हुआ करता था. उन्होंने अपने श्रोताओं के साथ एक व्यक्तिगत सम्बन्ध बना पाने में महारत हासिल की और ऐसा इस हद तक हुआ कि वे स्वयं रेडियो पर कमेंट्री सुन रहे परिवार का ही एक हिस्सा बन जाया करते थे.

उनका आसानी से पहचान में आ जाने तोतिया नाक और घनी भंवों वाला चेहरा हवा की तरंगों पर जैसे अपनी आवाज़ के साथ तैरने लगता था – बमय अपनी शरारती चमकीली आँखों के. नयी पीढ़ी को यह आवाज़ बहुत भाई और उसने टेस्ट मैच स्पेशल को एक नया जीवन देकर वाकई स्पेशल बना दिया था.

जहाँ आर्लट खेल की विशुद्ध आत्मा का प्रतिनिधित्व करते थे, जॉनस्टन उसका खुशी से धड़कता दिल थे. क्रिकेट और जीवन के लिए आनंद की उनकी उद्दाम आकांक्षा और उनके दोहरे अर्थ वाले क्लासिक वक्तव्य अब क्रिकेट की गाथा का हिस्सा बन चुके हैं. हालांकि इस बात का कोई रेकॉर्ड नहीं कि उन्होंने कभी कहा था कि :”द बोलर इज़ होल्डिंग द बैट्समैन’स विली.” लेकिन ऐसी किंवदंतियाँ जॉनर्स की उस छवि को साकार कर देती हैं जिसमें वे एक बुज़ुर्ग दादाजी की तरह पुरानी फोटो निहार रहे होते हैं.  

होल्डिंग-विली की जोड़ी न केवल क्रिकेट के हंसोड़ चुटकुलों का स्रोत बन गया था बल्कि इस नाम से बाकायदा एक समूची वेबसाईट चल रही है.


(जारी) 

No comments: