थ्रिलर्स और ऐतिहासिक उपन्यास
लिखने वाले केन फॉलेट की किताबें बेस्टसेलर्स में शुमार की जाती हैं. जेम्स बॉन्ड
की रचना करने वाले लेखन इयान फ्लेमिंग को वे अपना आदर्श मानते हैं. उनके एक हालिया
इंटरव्यू को पढ़ने के बाद मुझे आज मालूम पड़ा कि लेम्स बॉन्ड का नाम आया कहाँ से. आप
भी जानिये –
”मैंने अपना पहला बॉन्ड-नावेल 1961 में पढ़ा था जब
मैं 12 साल का था. कसीनो रॉयाल था उस का नाम. किताब को छपे हुए आठ साल हो चुके थे
और मैं इतना बड़ा हो चुका था कि उस खोज लेता. उस किताब ने मुझे उड़ा सा दिया. वह
मेरे तब तक के जीवन में घटी सबसे बड़ी घटना थी. इसका रहस्य उसकी शैली में था – इयान
फ्लेमिंग का लेखन इतना अच्छा और साफ हुआ करता था. यह रहस्य उस माहौल में भी निहित
था जिसकी फ्लेमिंग सफलतापूर्वक सर्जना कर लिया करते थे.
बारह साल की आयु में मुझे
नहीं मालूम था कि कसीनो होता क्या है. न ही मैं किसी ऐसे आदमी से मिला था जो यह
जानता हो कि मार्टिनी क्या होती है. मैं लन्दन के उपनगरीय इलाकों में रहता था और
मेरे माँ-बाप ऐसे न थे कि कॉकटेल पार्टियों में जाते. सो वह सब मेरे लिए अजनबी तो
था लेकिन था बहुत विचारोत्तेजक – जुआ, जासूसी, पैसा, औरतें, लड़ाई. उन किताबों में
इतना रोमांचक संसार रचा गया होता था. फ्लेमिंग की कोई टक्कर नहीं. जासूसी उपन्यासों
की परम्परा कोई सौ साल पुरानी है और इयान फ्लेमिंग ने उस में महारत हासिल की.
मेनस्ट्रीम और पॉपुलर जासूसी उपन्यासों के वे महानतम लेखक थे. फ्लेमिंग का कहना था
कि उनके प्रेरणास्रोत थे जॉन बुकान. जिन्होंने शुरू शुरू में ऐसी कथाएँ लिखी थीं.
यह अलग बात है कि इस विधा के लिए फ्लेमिंग एक बिलकुल ही अलहदा वातावरण लेकर आये –
यह ज्यादा स्वच्छंद और ज्यादा ऐन्द्रिक था. बुकान की कहानियाँ स्कूली बच्चों के
कारनामों सरीखी होती थीं जबकि जेम्स बॉन्ड एक पूरी तरह वयस्क कैरेक्टर था.
जब मैंने अपना लेखन करियर शुरू किया मैं अपने
पढ़नेवालों को वही उत्तेजना देना चाहता था जो मुझे जेम्स बॉन्ड की कहानियों से
मिलती थी. यह एक सचेत फ़ैसला था. मुझे लगता था कि अगर मैं जेम्स बॉन्ड की किताबों
का आधा भी अपने लेखन में ला सका तो मैं ख़ासा संतुष्ट हो जाऊँगा. इयान फ्लेमिंग के
पहला उपन्यास लिख चुकने के बाद सभी थ्रिलर लेखकों को नए सिरे से सोचने पर विवश
होना पड़ गया था. सो 1970 में जब मैं इस क्षेत्र में आया तो उस समय तक जेम्स बॉन्ड
एक नज़ीर बन चुका था. एक थ्रिलर के नायक के पास बेहतरीन गाड़ियाँ, सुन्दरतम
स्त्रियाँ और सबसे महंगी शराबें होना ज़रूरी हो चुका था.
किसी भी किताब के लिए एक नायक का नाम छांटना
अच्छा ख़ासा चैलेन्ज हो सकता है. इयान फ्लेमिंग ने फिसला किया था कि उनके उपन्यासों
के नायक का नाम बहुत साधारण होगा – और लोग यह कहानी बताते हैं कि उन्होंने जेम्स बॉन्डका
नाम एक ऐसी किताब से लिया जो उन्हें अचानक अपनी बुक-शैल्फ में रखी दिख गयी.”
यह रही वह किताब –
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