आलमआरा(१९३१)भारत की पहली बोलती फ़िल्म है. कहा जाता है कि इस फ़िल्म के कोई सुबूत अब हमारे यहां बचे नहीं हैं. डब्ल्यू.एम.खान यानी वज़ीर मोहम्मद खां और ज़ुबेदा इसके प्रमुख सितारे थे, जिन्हें आप यहां फोटो में देख सकते हैं. ज़ाहिर है कि इस फिल्म के गाने भी इन्हीं लोगों ने गाये थे. इत्तेफ़ाक से थोड़ा अर्सा पहले तक ज़ुबेदा ज़िंदा थीं और एक फ़ंक्शन में लोगों के बहुत इसरार पर आलमआरा के एक गाने की शुरुआती लाइन उन्होंने खुद गाकर सुनाई. आप भी सुनिये...और कहिये कि कबाड़ियों का काम ही है कबाड़ जुटाना.
बहुत वेरी गुड है भाई । मेरे छोटे भाई ने पिछले दिनों एक बात सुझाई है । वो ये कि इंटरनेट पर या तो ऑडियो का क्विज हो सकता है जिसमें शब्द ना हों या फिर चित्रों का । ऑडियो वाला वही मामला आपने शुरू किया है । निवेदन है कि रेडियोनामा पर इसे चमकाते रहिएगा । इधर से हम तस्वीरों वाले क्विज की जुगलबंदी छेड़ेंगे और मजा आ जायेगा । जो भाई नेट से सर्च करके जवाब देते थे वो बगलें झाकेंगे और हम मजे लेंगे । अफलातून जी वाला क्विज भी नेट की छानबीन की वजह से ही बंद हुआ था ना । तो फिर उधर से आप तान छेड़ो इधर से हम तस्वीरें छेड़ते हैं । मजा आयेगा ।
2 comments:
बहुत वेरी गुड है भाई ।
मेरे छोटे भाई ने पिछले दिनों एक बात सुझाई है ।
वो ये कि इंटरनेट पर या तो ऑडियो का क्विज हो सकता है जिसमें शब्द ना हों या फिर चित्रों का ।
ऑडियो वाला वही मामला आपने शुरू किया है । निवेदन है कि रेडियोनामा पर इसे चमकाते रहिएगा ।
इधर से हम तस्वीरों वाले क्विज की जुगलबंदी छेड़ेंगे और मजा आ जायेगा ।
जो भाई नेट से सर्च करके जवाब देते थे वो बगलें झाकेंगे और हम मजे लेंगे । अफलातून जी वाला क्विज भी नेट की छानबीन की वजह से ही बंद हुआ था ना । तो फिर उधर से आप तान छेड़ो इधर से हम तस्वीरें छेड़ते हैं । मजा आयेगा ।
फिर से बहुत वेरी गुड । जय बोर्ची ।
"अफलातून जी वाला क्विज भी नेट की छानबीन की वजह से ही बंद हुआ था ना । "
कृपया बात को खोलकर(खुलासा नहीं) बताइये. मैं संदर्भ नहीं जानता.
वैसे आइडिया बहुत अच्छा है. जय बोर्ची.
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