Friday, February 1, 2008
पॉल रोब्सन की नदी
पॉल रोब्सन (१८९८-१९७६) एक महान अमरीकी गायक और अभिनेता थे। अपने जीवन का अधिकतर समय उन्होंने अमरीकी समाज में नीग्रो लोगों को बराबरी का दर्ज़ा दिलाने की पैरवी करने में बिताया (दीगर है कि वे एक वकील भी थे)। बाद में उन्होंने विश्वभर में अपने संदेश पहुंचाने की कोशिश की। उनकी गहरी मर्दाना आवाज़ और प्रभावशाली उपस्थिति ने उन्हें १९४० के दशक में अमरीका भर में बहुत लोकप्रिय बनाया। हालांकि उनके सामाजिक सरोकार कई बार उनके कैरियर में आड़े आए और सत्तासीनों को वे कभी नहीं भाए, रोब्सन ने पीठ नहीं दिखाई।
वे अपने समय के महत्वपूर्णतम व्यक्तित्वों में थे। यहां प्रस्तुत है उनका गाया गीत "ओल' मैन रिवर"। मिसीसिपी नदी से वार्तालाप है इस गीत में। हाड़तोड़ मेहनत करने वाला एक नीग्रो मजदूर इस महानदी से पूछ्ता है कि ऐसा क्यूं है कि गोरों के पास सारी सुविधाएं हैं जबकि कालों को मुक्ति क़यामत के दिन से पहले नहीं मिल सकती।
गौरतलब है कि अपने भूपेन हज़ारिका के मशहूर "ओ गंगा तुम बहती हो क्यों" के शब्द और संगीत, दोनों इसी गीत से प्रभावित है।
Darkies work on de Mississippi,
Darkies work while de white folks play,
Pullin' dose boats from de dawn to sunset,
Gittin' no rest till de judgement day.
Don't look up
An' don't look down,
You don' dast make
De white boss frown.
Bend your knees
An' bow your head,
An' pull date rope
Until you' dead.
Let me go 'way from the Mississippi,
Let me go 'way from de white man boss;
Show me dat stream called de river Jordan,
Dat's de ol' stream dat I long to cross.
O' man river,
Dat ol' man river,
He mus' know sumpin'
But don't say nuthin'
He jes' keeps rollin'
He keeps on rollin' along.
Long ol' river forever keeps rollin' on...
He don' plant tater,
He don' plant cotton,
An' dem dat plants 'em
Is soon forgotten,
but ol' man river,
He jes' keeps rollin' along.
Long ol' river keeps hearing dat song।
You an' me, we sweat an' strain,
Body all achin an' racked wid pain.
Tote dat barge!
Lif' dat bale!
Git a little drunk
An' you land in jail.
Ah, gits weary
An' sick of tryin'
Ah'm tired of livin'
An' scared of dyin',
But ol' man river,
He jes'keeps rollin' along!
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पॉल रोब्सन
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2 comments:
अपनी तरह की चीज़ कबाड़्खाने पर देखना बड़ा सुखद है...खैर भूपेन जी इसको छुपाते नहीं हैं...पर आपने पॉल रॉब्सन को सुनवा कर उत्तम कार्य किया है इसके लिये आपको बधाई हो ।
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