Tuesday, November 18, 2008

चड्डी पहन के फूल खिला है

अगर आपके अपने बच्चे या पास-पड़ोस, रिश्तेदार-मित्रों के बच्चे कार्टून नैटवर्क से ग्रस्त हैं और उनकी भाषा हर दिन आपके लिए अजनबी और खीझभरी होती जा रही है तो समय है आप उनके वास्ते कहीं से भी 'जंगल बुक' की व्यवस्था करें. इसके वीडियो बाज़ार में थोड़ी बहुत मशक्कत से खोजे जा सकते हैं.

जापानी टीवी द्वारा रूडयार्ड किपलिंग की अमर रचना के एनीमेशन को १९८९ में दूरदर्शन ने हिन्दी में ब्रॉडकास्ट किया था. विशाल भारद्वाज ने संगीत रचना की थी और गुलज़ार ने थीम सॉन्ग लिखा था. शेर ख़ान की आवाज़ में नाना पाटेकर ने ज़बरदस्त अविस्मरणीय डबिंग की थी.

आपके लिए प्रस्तुत है इस सीरियल की थीम का वीडियो:



थीम का ऑडियो यह रहा:



ऑडियो का डाउनलोड लिंक है: http://www.divshare.com/download/5848659-10e

हो सके तो बच्चों को ज़रूर दिखाइए एक एपिसोड का यह हिस्सा जिसमें शेर ख़ान और मोगली आमने सामने हैं:



यूट्यूब पर हिस्सों-हिस्सों में इसे तकरीबन पूरा का पूरा पाया जा सकता है.

11 comments:

Jimmy said...

hmmmmmmm aacha post hai janaab good going keep it up





visit my site its a bollywood masla shyari ----- recipes ----- jokes and much more so plz visit friends and link forward 2 all friends


http://www.discobhangra.com/shayari/

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enjoy every time

Vinay said...

कमाल की पोस्ट है वाह! क्या इक चिड़िया दो चिड़िया वाला विडियो भी मिल सकता है! दिल्ली दूरदर्शन पर प्रसारित होता था!

Vineeta Yashsavi said...

Jungle book mera pasndida cartoon hai. iske baare mai sunkar bahut maza aa gaya.
bachpan itwaar ko aane wale is cartoon ka mai pura hafta intzaar karti thi. wo sari yaaden apne 1 sec mai taza kar di. sach mai maza aa gaya

mehek said...

sundar bachpan yaad aagaya

siddheshwar singh said...

सचमुच यादों के फूल खिल गए.

Unknown said...

खुशामदीद चाचा। टीपू के कई दिनों का जुगाड़ बन गया।

विजय तिवारी " किसलय " said...

waakai,
bachpan aur chaddi ek doosre ke poorak hai
bachpan ki natkhat aur bachchon ke seeriyal ek alag duniya men le jate hain
aapka
vijay

Alpana Verma said...

hum ne bhi dekha tha ye serial-MOgli!

-koi episode miss nahin kiya tha--
shayad har ravivaar ki subah doordarshan par aata hai.

Anonymous said...

जब हम बड़े हो रहे थे, तब ये सीरियल देखते थे, याद दिला गई ये पोस्ट उस ख़ूबसूरत वक़्त की...

Tarun said...

Long time back I have started a series which was basically collection of those videos - Woh kagaj ki kashti woh barish ka paani

isme ek chiriya ka video bhi mil jaayega

aman maula said...

kya bat hai vah-vah