आधुनिक बांग्ला संगीतकारों में कबीर सुमन (पहले सुमन चटर्जी के नाम से जाने जाते थे) की एक ख़ास पहचान है. १९४९ में जन्मे सुमन गायक और गीतकार होने के साथ साथ संगीतकार, कवि, पत्रकार, टीवी एंकर और अभिनेता भी हैं. इसके अलावा वे फ़िलहाल कलकत्ता की जादवपुर सीट से तृणमूल पार्टी के सांसद भी हैं.
अस्सी की दहाई में अपने विदेश प्रवास के दौरान पीट सीगर, माया एन्जेलो और एर्नेस्तो कार्देनाल जैसी विश्वविख्यात हस्तियों के सम्पर्क में आने के बाद सुमन को अपने संगीत को जनोन्मुखी बनाने की प्रेरणा मिली और १९९२ में उन्होंने अपना पहला सोलो अल्बम तोमाके चाई रिलीज़ किया. इस अल्बम ने समूचे बांग्ला संगीत जगत में तहलका मचा दिया. तब से सुमन अब तक दर्ज़न भर से ज़्यादा अल्बम निकाल चुके हैं.
सुमन के संगीत की एक बानगी पेश करता हूं. उन के पहले अल्बम का टाइटिल नम्बर तोमाके चाई सुनिये:
सुमन का एक मार्मिक गीत कुछ दिन पहले कबाड़ी इरफ़ान ने अपने ब्लॉग पर लगाया था.
1 comment:
अर्थ्पुण और अति मधुर /
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