चेक राष्ट्रपति वाक्लाव क्लाउस और चीले के राष्ट्रपति सेबास्तीयन पीनेरा एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स से रू-ब-रू हैं. ज़रा देखिये कितनी सफ़ाई से वाक्लाव क्लाउस बेशकीमती लापिज़ लेज़ुली से जड़ी कलम पर हाथ साफ़ करते हैं.
यह अलग बात है कि खिसिआए हुए क्लाउस के प्रवक्ता कह रहे हैं कि वह एक साधारण कलम था जिस पर राष्ट्रीय मोहर जड़ी हुई थी और राष्ट्रपति स्तर के आधिकारिक सम्मेलनों में इस तरह की कलमें बांटे जाने का रिवाज़ है.
हाथ कंगन को आरसी क्या जनाब, और पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या. मौज लीजिये -
6 comments:
Ho ho ho ho !he he he he :-) ;-) ;-) :-)
कबाड़ी लोग बड़े जानपांड़े है भाई ! ये नहीं कि अपने टीना - टप्पर से मतलब रखें !:-) :-)
बेचारा क्लाउस !! :-) :-)
JIYO!
मानवीय !:)
क्या विधि है, पैटेन्ट करा लें।
वाह क्या बात है....
सोचने की बात है कि इस राष्ट्रपति का ध्यान अंतरराष्ट्रीय महत्व की चर्चा में कितना रहा होगा जो देश का भविष्य भी तय कर सकती है... ।
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