Friday, May 6, 2011

फ़र्स्ट वी टेक मैनहैटन, दैन वी टेक बर्लिन


अपनी एक पुरानी पोस्ट से लेनर्ड कोहेन का परिचय दोबारा यहां लगाते हुए आपको आज सुनाने जा रहा हूं उनके लिखे/ गाए तीन गीत. इन गीतों को बाकायदा अंग्रेज़ी साहित्य की धरोहर भी माना जाता है.

कैनेडियन मूल के लेनर्ड कोहेन (जन्म:१९३४) पिछले चालीस सालों से हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण गीतकारों में रहे हैं: समय बीतने के साथ साथ उनका कार्य उत्तरोत्तर रहस्यवादी होता चला गया है. अपनी गम्भीरता और विषयवस्तुओं की रेन्ज के फैलाव के चलते समूचे पश्चिमी संगीतजगत में उनका काम अपनी ख़ास जगह बनाए हुए है. मानव जीवन से रू-ब-रू सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियां उनके गीतों के विषय रहे हैं - अध्यात्म, धर्म, इतिहास, सत्ता, सैक्स - और इन सब पर उन्होंने बहुत निर्ममता से विचार किया है.

गीतकार होने के साथ-साथ कोहेन स्वयं अपने लिखे गीतों को गाते हैं और उनका संगीत भी रचते हैं। वे एक अच्छे उपन्यासकार भी हैं।

एक कवि के रूप में वे पहले ही अपनी जगह बना चुके थे। तीन कविता संग्रह प्रकाशित कर चुकने के बाद १९६७ में उन्होंने अपना पहला अल्बम रिलीज़ किया। 'सॉंग्स ऑफ़ लेनर्ड कोहेन' नामक इस अलबम के बाज़ार में आने के साथ ही विश्व संगीत-जगत को एक नया और अलग क़िस्म का स्वर मिला। अपने संगीत को कोहेन 'यूरोपियन ब्लूज़' का नाम देते हैं.

सबसे पहले सुनिए उनका बेहद मशहूर गीत फ़र्स्ट वी टेक मैनहैटन, दैन वी टेक बर्लिन :




They sentenced me to twenty years of boredom
For trying to change the system from within
I'm coming now, I'm coming to reward them
First we take Manhattan, then we take Berlin

I'm guided by a signal in the heavens
I'm guided by this birthmark on my skin
I'm guided by the beauty of our weapons
First we take Manhattan, then we take Berlin

I'd really like to live beside you, baby
I love your body and your spirit and your clothes
But you see that line there moving through the station?
I told you, I told you, told you I was one of those

Ah, you loved me as a loser
But now you're worried that I just might win
You know the way to stop me, but you don't have the discipline
How many nights I prayed for this, to let my work begin
First we take Manhattan, then we take Berlin

I don't like your fashion business, mister
And I don't like these drugs that keep you thin
I don't like what happened to my sister
First we take Manhattan, then we take Berlin

I'd really like to live beside you, baby
I love your body and your spirit and your clothes
But you see that line there movin' through the station?
I told you, I told you, told you I was one of those

And I thank you for those items that you sent me
The monkey and the plywood violin
I practiced every night, now I'm ready
First we take Manhattan, then we take Berlin

I am guided

Ah, remember me, I used to live for music
Remember me, I brought your groceries in
Well, it's Father's Day and everybody's wounded
First we take Manhattan, then we take Berlin

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

विचारों का एक नया अध्याय खुलता हुआ।