Monday, August 22, 2011
जिप्सी किंग्स - रीपोस्ट
यह गीत आज से कोई तीन साल पहले कबाड़ख़ाने में लगाया गया था. आज उस पोस्ट पर एक कमेन्ट आया है जिसके अनुसार गीत अब नहीं बज रहा यानी उसका प्लेयर काम नहीं कर रहा. जिप्सी किंग्स मेरे सर्वकालीन फ़ेवरेट हैं सो उन्हें दोबारा लगाने में क्या हर्ज़ है. लीजिए पोस्ट जस की तस पेश है ... और गाना भी.
'जिप्सी किंग्स' फ़्रांस के एक मशहूर शहर आर्लेस से ताल्लुक रखते हैं. ये वही आर्लेस है जो विन्सेंट वान गॉग के जीवन का भी हिस्सा रहा था. स्पानी गृह युद्ध के समय इन लोगों के मां-बाप स्पेन से भाग कर यहां आए थे. मूलतः ये लोग रोमा संगीतकार हैं और दुनिया भर में फ़्लेमेंको के नाम से जाने जाने वाले संगीत के लोकप्रिय संस्करण रुम्बा कातालेना को लोगों के सामने लाने के लिए विख्यात हैं. साल्सा और रुम्बा जैसे पारम्परिक नृत्यों में बजाया जाने वाला संगीत भी उनकी ख़ूबी है.
मुझे ख़ुद ऐसा लगता है कि इस ग्रुप को चलाने वाले ये भाई काफ़ी कुछ अपन जैसे हैं. सुनिये उन्हीं का एक गीत : "कामीनान्दो पोर ला कायेस ज़ो ते वी" माने रास्ते पर चलते हुए मैंने तुझे देखा. यहां इस बात को बताया ही जाना चाहिए कि हमारे महान देश के महान संगीतकार अन्नू मलिक इस धुन को 'तुझे देने को मेरे पास कुछ नहीं' (हो सकता है मैं शब्दों में गड़बड़ा रहा हूं) नामक दो कौड़ी के गाने में अपना बना कर पेश कर चुके हैं.
यहां से डाउनलोड करें -
http://www.divshare.com/download/15571875-0dd
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जिप्सी किंग्स
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7 comments:
सुकून भरा संगीत !
सचिन को भारत रत्न क्यों?
http://sachin-why-bharat-ratna.blogspot.com/
अहा, बस सुनते रहे।
रास्ते पर चलते हुए मैंने तुझे देखा.
पूरा गीत समझ मे न भी आए, कोई बात नही. यह वाक्य खुद मे एक पूरी कविता है. ................. मज़ा आया !
behtrin sangit
bol achute
lekin
kya fark pdta hai
yaha kitna kuch achut hai...
great great great song
Walking in the Street
I saw you
Walking in the Street
I saw you
And one day I fell in love with you
And one day I fell in love with you
great great great song.
Walking in the Street
I saw you
Walking in the Street
I saw you
And one day I fell in love with you
And one day I fell in love with you
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