Saturday, May 12, 2012

मोरे बलमा अजहूँ न आए


पंडित छन्नूलाल मिश्र के स्वर में सुनिए उनके अलबम ‘स्पिरिट ऑफ बनारस’ से एक कम्पोजीशन -

 

 (चित्र - रुद्र्कुमार झा की पेंटिंग 'द वेटिंग')

1 comment:

Anupama Tripathi said...

आभार .....
अरे वाह ....राग मारू विहाग .....बहुत सुंदर गायन ...अलौकिक .....!!