पंडित कुमार
गन्धर्व की सुपुत्री कलापिनी कोमकली के स्वर में सुनिए राग सोहनी में एक कम्पोजीशन.
लिंक उपलब्ध कराने के लिए कबाड़ी इरफ़ान का शुक्रिया –
रंग ना डालो श्यामजी
गोरी पे
पेहरी नयी रे नयी सारी
सखी सहेल हसत रे देई गारी
कैसे हो खिलाडी मानत नाही
बरजोरी न कर जावो मै
तो हारी
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