Sunday, November 3, 2013

नार्मन मेलर का एक कथन


“मैं सचमुच एक निराशावादी हूँ. मुझे हमेशा महसूस हुआ है कि फासिज़्म सरकार की जनतंत्र से अधिक नैसर्गिक हालत होती है. जनतंत्र में एक शालीनता होती है. वह मूलतः एक शानदार चीज़ है क्योंकि उसमें कुछ भी स्वचालित या नियमित नहीं होता. फासिज़्म हमारे बचपन तक पहुँचता है, जब हमें हर समय बताया जाता था कि कैसे जियें. हमें बताया जाता था हाँ तुम ऐसा कर सकते ही, नहीं तुम वैसा नहीं कर सकते. सो फासिज़्म का रहस्य उन लोगों के लिए उसकी अपील में है जिनकी वयस्क जिंदगियां संतोषजनक नहीं होतीं.”

-      नार्मन मेलर 

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