यूक्रेनी मूल के कलाकार
स्टानिस्लाव ज्वोल्स्की अपनी पेंटिंग्स की बाबत कहते हैं – “मेरी सारी कृतियाँ एक
ख़ास तरह के भय और प्रेम से अस्तित्व में आती हैं. स्त्रियों की छवियाँ मेरी कला
में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं क्योंकि वे इस गृह पर सबसे सुन्दर होती हैं;
इसके अलावा ब्रह्माण्ड भी अपनी नैसर्गिक प्रकृति में स्त्री ही है.”
1 comment:
वाह !
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