अंजुमन
सहिन शोध छात्रा हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय में साहित्य पढ़ाती भी हैं. अंजुमन को
फ़ोटोग्राफ़ी और लेखन का शौक है. पिछले दिनों फेसबुक पर उनका खींचा धनौल्टी का एक
बेहद आकर्षक फ़ोटो देखकर मुझे लगा कि कबाड़खाने पर इस युवा फोटोग्राफर के फ़ोटो ज़रूर
लगाए जाने चाहिए.
अपना
परिचय देते हुए अंजुमन लिखती हैं – “Photography and writing are the magic bonds that help me negotiate the real and the reel. For me, the lens doesn't merely capture its subjects but is
responsible for creating the very essence of it.”
अंजुमन
से anjumon.sahin@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है. उन्हें शुभकामनाएं -
2 comments:
वाह बहुत खूबसूरत रंग भरे हैं ।
बहुत सुंदर लगी ये चित्रकारी...
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